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BREAKING NEWS : मनमोहन को हटा सोनिया गांधी ने खुद संभाली बागडोर

  मनमोहन को हटा सोनिया गांधी ने खुद संभाली बागडोर
घपलों-घोटालों से लगातार खराब हो रही यूपीए-2 सरकार की छवि से चिंतित कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बड़ा फैसला ले लिया है। सोनिया 2 अप्रैल को भारत के नए प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लेंगी। इस तरह से मई, 2004 में प्रधानमंत्री की कुर्सी संभालने वाले मनमोहन सिंह का राजनैतिक करियर खत्म माना जा रहा है। सोनिया ने मनमोहन सिंह को हटाकर खुद सरकार की बागडोर संभालने के अलावा कई अहम निर्णय लिए हैं।

हाल के सेना विवाद से लेकर 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले, कॉमनवेल्थ, देवास-एंट्रिक्स जैसे घोटालों से परेशान सोनिया गांधी ने 2014 लोकसभा चुनाव में पार्टी की नैया पार लगाने का बीड़ा खुद उठाया है। कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने इस खबर की पुष्टि की है। सोनिया ने मनमोहन की जगह खुद प्रधानमंत्री बनने के अलावा दूसरा अहम फैसला लेते हुए राहुल गांधी को सरकार में शामिल करते हुए पी. चिदंबरम की जगह देश का नया गृहमंत्री बनाने का फैसला किया है। चिदंबरम को हटाने के पीछे वजह कई मुद्दों पर उनकी नाकाम बताई जा रही है। चिदंबरम को कांग्रेस पार्टी संगठन में काम करने के लिए कहा गया है। साथ ही सोनिया राहुल को गृह मंत्री जैसा अहम पद देकर उनकी शासन की क्षमता को आंकना चाहती हैं।

सोनिया गांधी यूपीए को मजबूती देने के लिए सपा और बसपा से भी हाथ मिलाते हुए दोनों पार्टियों को सरकार में शामिल करेंगी। इसके मद्देनज़र सोनिया गांधी ने कैबिनेट में भारी फेरबदल किया है। समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव प्रणब मुखर्जी की जगह देश के नए वित्तमंत्री बनेंगे। मुखर्जी कांग्रेस की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार घोषित किए गए हैं।

बसपा सुप्रीमो मायावती की अंतरराष्ट्रीय कूटनीति की गहरी समझ को देखते हुए उन्हें एसएम कृष्णा की जगह भारत का नया विदेश मंत्री बनाया गया है। सूत्र बता रहे हैं कि कृष्णा की मंत्री के तौर पर उल्लेखनीय काम न कर पाने को हटाने की वजह बताई जा रही है। कांग्रेस ने तृणमूल कांग्रेस से नाता तोड़ लिया है। सोनिया ने तृणमूल के नेता मुकुल रॉय की जगह आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को अपना प्रबंधन कौशल दिखाने का एक और मौका देते हुए नया रेल मंत्री बनाया है। साथ ही लालू की पार्टी के तेजतर्रार नेता राजनीति प्रसाद को कपिल सिब्बल की जगह मानव संसाधन मंत्री बनाने का फैसला किया गया है। सभी नए मंत्री सोनिया गांधी के साथ 2 अप्रैल को पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे।



डिस्क्लेमर : यह पूरी तरह से मनगढ़ंत खबर (फेक न्यूज) है, जिसे 1 अप्रैल के मौके पर सिर्फ मनोरंजन के लिए पेश किया गया है। इस खबर का वास्तविकता से कोई लेनादेना नहीं है। इससे किसी की भावना को चोट पहुंची हो तो लेखक तह-ए-दिल से माफी मांगता है।

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