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गाँधी जी आटोग्राफ बिना पैसे के नही देते थे .

मित्रों , जो लोग बार बार कहते है कि स्वामी रामदेव ने योग को व्यापार बना दिया और वो लोगो से पैसे लेते है ..

लेकिन मित्रों , कोई भी महात्मा गाँधी की बात क्यों नहीं करता ? गाँधी जी अपना आटोग्राफ बिना पैसे के नही देते थे . उस ज़माने मे एक अंग्रेज ने जब गाँधी जी से उसके साथ फोटो खिचने की अपील किया था तब गाँधी जी ने उससे कहा कि पहले वो आश्रम के काउंटर पर पचीस रूपये की रसीद ले आज के ज़माने मे ये पचीस लाख के बराबर होगा .
 

सिर्फ अहमदाबाद मे खरबो की सम्पति गाँधी जी के ट्रस्ट के नाम पर है ..

नवजीवन प्रेस , साबरमती आश्रम , कोचरब आश्रम , वर्धा मे कई हज़ार एकड मे आश्रम ,
बाबा रामदेव के पास भी अपनी निजी कोई संपति नहीं है सब उनके ट्रस्ट के नाम से है जिसके पदेन मुखिया हरिद्वार के जिलाधिकारी है . यानी बाबा रामदेव एक रुपया भी बिना हरिद्वार के जिलाधिकारी के अनुमति से खर्च नहीं कर सकते ..

एक बार मेरी राजधानी मे दिल्ली से अहमदाबाद आते समय आल इण्डिया रेडियो के पूर्व निदेशक से मुलाकात हों गयी थी . उन्होंने कहा कि जब आल इण्डिया रेडियो महात्मा गाँधी का इंटरव्यू लेकर प्रसारित करना चाहता था तो गाँधी जी के सचिव ने पैसे की डिमांड की और बाद मे गाँधी जी ने खुद कहा कि वो बिना पैसे के इंटरव्यू नहीं देंगे .. मैंने उनसे पूछा कि क्या मुझे इसका सुबुत कही से मिल सकता है तो उन्होंने कहा कि आप आर टी आई के द्वारा पूछो शायद आपको जबाब मिल जाये .

फिर देखिये ?? आल इंडिया रेडियो ने इस बात से इंकार नहीं किया कि गाँधी जी को भुगतान हुआ था या नही उसने यही कहा कि उसके पास कागजात नहीं है .. लेकिन आल इंडिया रेडियो ने ये जरूर कहा कि वो स्टूडियो मे आने वाले हर एक मेहमान को उनके डिमांड के हिसाब से भुगतान करने की सरकारी नियम है

 
By:-Jitendra Pratap Singh

2 टिप्‍पणियां:

  1. रामदेव जी तो टी वी पर निशुल्क सिखाते हैं, उसका क्या...
    ऐसे तो डाक्टर को भी फीस नहीं लेनी चाहिये, न शिक्षक को, न वकील को..

    जवाब देंहटाएं

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