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सोनिया गांधी बाटला हाउस एनकाउंटर की तस्‍वीरें देखकर रो....... सोचिये जरा! (भाग-3)

यूपी में जारी चुनावी घमासान के बीच बटला हाउस एनकाउंटर का मुद्दा भी गरमाने लगा है। केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने चुनावी सभा में कहा कि सोनिया गांधी बाटला हाउस एनकाउंटर की तस्‍वीरें देखकर रो पड़ीं थी। खुर्शीद के इस बयान पर विपक्षी दलों ने कांग्रेस को तो निशाने पर लिया ही, खुद अपनी पार्टी के ही सीनियर नेता ने उनके दावों पर सवाल उठा दिए हैं। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा है कि सोनिया गांधी तस्‍वीर देखकर नहीं रोईं थी, यह सलमान खुर्शीद की अपनी व्‍याख्‍या है।

सपा नेता आजम खान ने कांग्रेस पर मुसलमानों की लाशों पर सियासत करने का आरोप लगाया है। उन्‍होंने कांग्रेस को ‘नौटंकी’ करने वाली पार्टी करार देते हुए कहा कि सोनिया गांधी घडियाली आंसू बहाती हैं। बीजेपी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि यह केंद्रीय मंत्री का यह बयान बेहद दुखद है और उन्‍हें तुंरत इस्‍तीफा दे देना चाहिए।

...्‍या कहा खुर्शीद ने?

विधानसभा चुनाव प्रचार के आखिरी दिन खुर्शीद ने आजमगढ़ के लालगंज और सगड़ी विधानसभा क्षेत्र की चुनावी सभाओं में बटला कांड पर सफाई दी। उन्‍होंने कहा कि बटला का हादसा जिस समय हुआ था, उस वह हुकूमत में नहीं थे। एक वकील और कांग्रेसी कार्यकर्ता की हैसियत से घटना की तस्वीर सोनिया गांधी को दिखाई थी। उन्होंने कहा कि तस्वीरें देखकर सोनिया के आंसू फूट पड़े और हाथ जोड़कर कहा कि ‘मुझे तस्वीर मत दिखाओ, इसे वजीरे आजम तक पहुंचाओ।’

खुर्शीद बोले, ‘मैं इस मामले को लेकर आगे बढ़ा। यहां तक बात पहुंची की मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज से कराई जा सकती है। लेकिन चुनाव होने के चलते इस मामले में कुछ नहीं किया जा सका।’ खुर्शीद ने कहा कि इस मामले को लेकर कुछ लोग कोर्ट में गए। हालांकि हमेशा अदालत के फैसले हमारे हक में नहीं होते।
खुर्शीद से पूछो की उनकी राज माता सोनिया गाँधी ने गोधरा में जिन्दा जलाये गये हिन्दुओं की तस्वीर क्यों नहीं देखी और आंसू तो छोड़ो ,क्यों नहीं निकले सम्वेदना के दो बोल ? इस कांड के वजह से होने वाले दंगों की आंच पर आज तक वोटों की रोटी सकने में क्यों लगी हैं वो और उनकी पूरी की पूरी पार्टी | क्या हिन्दुओं की मौत से उन्हें और उनके दल को आनंद आता है ? हमने तो कभी नहीं सुना की उनकी आखों से सास इंदिरा गाँधी और देवर संजय गाँधी की मौत पर एक कतरा भी आंसू का गिरा हो न एसी कोई तस्वीर उनके मुराद मिडिया ने दिखाई हो क्या ये दोनों देश द्रोही थे या बटाला हॉउस में देश भक्त शहीद हो गये थे जनता इन्हें समझो और जागो अब और सोने से काम नहीं चलेगा पानी सर के ऊपर आ चूका है , बच सको तो बचालो अपने आपको , भविष्य तुम्हे ही तय करना है बस आपको इतना करना है की धूर्तों की मक्कारी समझ कर फैसला लेना है जय आज़ादी की बात जोहता भारत

2 टिप्‍पणियां:

  1. आज कानून मंत्री सलमान खुर्शीद का एक ब्यान आता है, बाटला हाउस में मारे गये आतंकवादियो की मरे चेहरे देख कर सोनिया गाँधी रो पड़ी थी. वाह रे मेरे कांग्रेस के महान नेताओ, नमन है तुम्हे,कहा है तुम्हारे चरन,कितने महान है आप और कितनी महान है आपकी अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गाँधी. जो आतंकवादियो की लाशे देख कर रोती है,देश की अस्मिता के साथ खिलवाड़ करने वाले अफज़ल और कसाब को बिरयानी खिलाती है. और शहीद मोहनचंद श...र्मा की शहादत को झुट्लाते है. उस शहीद मोहन चाँद शर्मा की शहादत को,जिसने अपने डेंगू से पीड़ित जिन्दगी और मौत के बीच जूझ रहे अपने ७ साल के बेटे की परवाह नही की. और जब वो इनकाउंटर पर जाने लगा तो उसके ७ साल के उस बीमार बेटे ने पिता का हाथ पकड़ लिया की मुझे छोड़ कर मत जायो. तो उस महान पिता ने जवाब दिया की आज मुझे आपने देश की बीमारी को ठीक करने के लिए अपने बीमार बेटे को छोड़ कर जाना पड़ेगा,हो सके तो बेटा मुझे माफ़ करना. उस मोहन चंद शर्मा की शहादत पर सवाल उठाते हो. शर्म आनी चाहिए तुम्हे, धिकार है तुम पर सोनिया गाँधी ,अगर तुम्हे मोहन चंद शर्मा के बजाय उन आतंकवादियो के चेहरे देख कर रोना आता है तो. शर्म से डूब कर मर जाने का मन करता है की तुम हमारे देश पर राज कर रही हो. आज बड़े ही आहात मन से लिख रहा हूँ की सोनिया गाँधी जी की आज मुझे समझ में आ गया की गाँधी परिवार हमेशा कुत्ते की मौत क्यों मरता है,क्योकि वो हरकते ही कुत्ते से बदतर करता है. बाकी और मै क्या कहु,ऊपर वाला सब लिख रहा है, वक़्त आने पर सबके कर्मो का फल खुद ही देगा. हमारी और से शुभकामनाए.वन्दे मातरम. शहीद मोहनचंद शर्मा अमर रहे.

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